Description
The Dhammapada | धम्मपद – भगवान बुद्ध के अनमोल उपदेशो का सार, दुखो से मुक्ति और सुख-शांति का मार्ग.
एम एल परिहार जी का संदेश:
मेरे परिनिर्वृत माता-पिता की स्मृति में 250 पेज के मूल पालि तथा हिंदी इंग्लिश में अनुवादित व व्याख्या सहित इस ‘धम्मपद’ की 1 लाख 84 हज़ार प्रतियों का धम्म उपहार के रूप में प्रकाशन किया जा रहा है. भगवान बुद्ध की वाणी को लोक कल्याण के लिए साधारण जन तक पहुँचाने के लिए कृपया आप इस अनमोल निःशुल्क धम्म उपहार को स्वीकार कर मुझे अनुग्रहीत करें.
देश के हर भाग में बुद्ध विहार, संस्था, सामाजिक, धाम्मिक क्षेत्र में कार्य कर रहे भिक्खु-भिक्खुणी, साधारण प्रबुद्धजन तक इसे पहुँचाने का काम कर रहा हूँ.
देश भर में भगवान बुद्ध के प्रति श्रद्धा के साथ इसकी माँग निरंतर बढ़ती जा रही है. बुद्ध पूर्णिमा के दिन से 25 सितंबर तक देश के कोने कोने में छोटे व बड़े साइज़ के धम्मपद की 84 हज़ार प्रतिया भेंट की चुकी हैं. देश में प्रबल धम्म संवेग को देख कर यह निर्णय लिया है कि भगवान बुद्ध के उपदेशों के इस धम्म ग्रंथ को और आगे उपहार स्वरूप वितरण किया जाना बहुत ज़रूरी है.
इसलिए अब 1 लाख प्रतियां और प्रकाशित कर देश भर में धम्म उपहार के रूप में भेजी जाएगी. कृपया आप इस धम्मसेवा के साझेदार बनकर कर हमें अनुग्रहीत करें.
सबका मंगल हो…….सभी प्राणी सुखी हो
Note: यह धम्मपद निशुल्क वितरण हेतू है. लेकिन, हम आपसे केवल कोरियर चार्ज ले रहे हैं.
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